Children’s Day 2024: सिर्फ Chocolate-Toys न बांटें, बच्चों को पैसों की अहमियत भी समझाएं...ये तरीका करेगा काम
Children’s Day 2024: बच्चे देश का भविष्य हैं, ऐसे में बच्चों को इस मौके पर सिर्फ Chocolate और Toys देकर उनको खुश करने की कोशिश न करें, बल्कि उन्हें पैसों की अहमियत समझाएं और बचत करना सिखाएं. यहां जानिए वो तरीका जो बच्चों को सेविंग्स के लिए प्रोत्साहित करने में मददगार हो सकता है.
भारत में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस (Children’s Day) के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन (Jawahar Lal Nehru Birthday) होता है. पंडित नेहरू को बच्चे चाचा नेहरू बुलाते थे क्योंकि वो बच्चों से बहुत प्यार करते थे. इसलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बाल दिवस पर लोग बच्चों को चॉकलेट, टॉफी और टॉय वगैरह देते हैं. इसके अलावा स्कूल और तमाम जगहों पर बच्चों के लिए कई तरह के आयोजन किए जाते हैं.
लेकिन बाल दिवस का वास्तविक अर्थ समझें तो ये दिन हम सबको बच्चों के प्रति हमारे सामाजिक दायित्व को समझाता है और हमें बच्चों के विकास के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है. बच्चे देश का भविष्य हैं, ऐसे में बच्चों को इस मौके पर सिर्फ Chocolate और Toys देकर उनको खुश करने की कोशिश न करें, बल्कि उन्हें पैसों की अहमियत समझाएं और बचत करना सिखाएं. यहां जानिए वो तरीका जो बच्चों को सेविंग्स के लिए प्रोत्साहित करने में मददगार हो सकता है.
बच्चों को सेविंग्स करना सिखाइए
बच्चों को कम उम्र से ही पैसों की अहमियत समझाने के लिए उन्हें पैसे का सही इस्तेमाल करना सिखाना चाहिए. इसके लिए पहले आप उन्हें सेविंग्स करना सिखाइए. वैसे तो बच्चों को सेविंग्स सिखाने के लिए लोग लंबे समय से गुल्लक का इस्तेमाल करते आ रहे हैं. लेकिन गुल्लक में आप सिर्फ पैसा इकट्ठा कर सकते हैं, उस इकट्ठी रकम पर आपको किसी तरह का ब्याज या कोई और फायदा नहीं मिलता. इस तरह का फायदा लेने के लिए आप क्या कर सकते हैं, समझ लीजिए.
सेविंग्स के ये स्मार्ट तरीके समझाएंगे पैसों की अहमियत
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पहला तरीका
बच्चों को सेविंग्स सिखाने का पहला तरीका तो ये है कि आप गुल्लक में हर महीने उनसे कुछ रुपए जमा करवाएं. जब ये अच्छी खासी रकम बन जाए तो आप इस रकम को बच्चों के नाम से फिक्स करवा दें. ये सब बच्चों को बताकर करें और उन्हें अपने साथ लेकर जाएं. मान लीजिए कि गुल्लक में एक साल में 10,000 रुपए जमा हुए और आपने इसकी एक साल के लिए एफडी करवा दी. एफडी मैच्योर होने पर आपको पैसा ब्याज के साथ बढ़कर मिलेगा. ऐसे में आप बच्चों को बचत के साथ निवेश का महत्व समझा सकते हैं कि किस तरह निवेश के जरिए अपने पैसे को बढ़ाया जा सकता है. बाद में बच्चों के उन पैसों का इस्तेमाल आप बच्चों की किसी जरूरत को पूरा करने में कर सकते हैं और उन्हें पैसों का सही इस्तेमाल करना सिखा सकते हैं.
दूसरा तरीका
दूसरा तरीका ये है कि आप बच्चे से गुल्लक में पैसे जमा न करवाकर, हर महीने आरडी में जमा करवाएं. आरडी अकाउंट को बच्चे के साथ जाकर उसी के नाम से शुरू करें, ताकि बच्चे को ये फील आए कि सेविंग उसकी हो रही है. आरडी में 100 रुपए से भी निवेश शुरू किया जा सकता है. मैक्सिमम जमा राशि की कोई लिमिट नहीं है. आरडी आप बैंक और पोस्ट ऑफिस दोनों में से कहीं भी शुरू करवा सकते हैं. पोस्ट ऑफिस की आरडी 5 साल की होती है, जबकि बैंक में आपको अलग-अलग टेन्योर की आरडी का ऑप्शन मिल जाएगा. टेन्योर के हिसाब से उस पर ब्याज दर भी अलग-अलग होगी. मौजूदा समय में पोस्ट ऑफिस आरडी पर 6.7 फीसदी के हिसाब से ब्याज दिया जा रहा है. ऐसे में अगर आप बच्चों से हर महीने 500 भी जमा करवाते हैं तो साल में उनके 6,000 रुपए जमा हो जाएंगे और 5 सालों में 30,000 रुपए जमा होंगे. 6.7 फीसदी के हिसाब से इस पर 5,681 रुपए ब्याज के तौर पर मिलेंगे और मैच्योरिटी पर 35,681 रुपए मिलेंगे. इस रकम का इस्तेमाल भी आप उनके ही किसी काम में कर सकते हैं.
12:55 PM IST